एक रात अर्जुन ने स्वप्न देखा कि एक गए अपने बछड़े को चाट चाट कर प्रेम कर रही है चाटते चाटते वह अपने बछड़े की खाल उधेड़ देती है उसमें से रक्त निकलने लगता है और कुछ देर बाद वह बेहोश हो जाता है अर्जुन के स्वप्न भगवान श्री कृष्ण को बताते हैं तब श्री कृष्ण कहते हैं कि ये कलयुग के लक्षण है कलयुग में भी माता-पिता अपने बच्चों को इतना प्रेम करेंगे इतनी सुख सुविधाए देंगे इतना व्यसनी बना देंगे कि बाद में वह उन्हीं को हानि पहुंचाएंगेआजकल माता पिता बच्चो की सारी इच्छाएं पूरी करने में लगे हैं उन्हें महंगा फोन दिला देते हैं कपड़े दिला देते हैं फैशन की सारी चीज उपलब्ध करा देते हैं पैसे उपलब्ध करा देते हैं और बच्चे क्या करते हैं वह चोरी करते हैं डकैती करते हैं झूठ बोलते हैं यह सारी चीज करते हैं नशे में फंस जाते हैं आज मेरा सभी माता-पिता से निवेदन है कि प्रेम और सुविधा देने में अंतर है आप प्रेम कीजिए लेकिन अपने बच्चों को कर्म फल सिद्धांत भी समझाइए कि वह जैसे कर्म करेंगे उनको वैसा ही फल मिलेगा उन्हें गीता पढ़ाइए रामायण पढ़ाइए महाभारत पढ़ाई उन्हें सिखाए की यह जीवन कैसे चलता है यह जीवन सिर्फ इन सारी सुख सुविधाओं से नहीं चलता जय श्री राम